Musafir Cafe Review in Dainik Jagran


मुसाफ़िर Cafe की चर्चा दैनिक जागरण | झंकार के 4 दिसम्बर 2016 के सभी संस्करणों में !

नई पीढ़ी के लेखकों में तेजी से पहचान बना रहे दिव्य प्रकाश दुबे पेशे से भले की टेलीकॉम कंपनी के मैनेजर का कार्य देख रहे हो पर उनकी हर किताब इस बात को प्रमाणित करती कर जाती है की जो लिखते हैं वह सच के बहुत करीब होता है ! किताब 'मसाला चाय' और 'टर्म्स एंड कंडीशन अप्लाई' लिख चुके इस युवा लेखक ने 'मुसाफिर कैफ़े' के जरिए एक बार फिर पाठकों के समझ अपनी पहचान पुख्ता की है ! 


Musafir Cafe-Hindi Novel by Divya Prakash Dubey


उनकी किस्सागोई का ढंग, पात्रों का संवाद और अपने आसपास घटित होने वाले घटनाक्रमों को कहानी की शक्ल में पढ़ना निश्चित ही किताबों के शौकीनों को बहुत रास आएगा 'हिंदी युग्म और वेस्टलैंड' से प्रकाशित इस किताब मैं आप एक युवा प्रबंधक के शब्दों में कहानी लिखने का ऐसा प्रबंधन देखेंगे, जो किताब का पहला प्रश्न पढ़ने के बाद आपको पूरी किताब पढ़ने के लिए प्रेरित करेगा !



About the Book Musafir Cafe

Musafir Cafe is the Latest Hindi Novel written by the Best
Selling Young Author Divya Prakash Dubey. The Book is available on all the leading Online and Offline stores in India. Click Here to buy from Amazon India 


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